विश्व हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं :-
"हिंदी हैं हम वतन हैं, हिन्दोस्तां हमारा,सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा"।हिंदी दिवस हम सबके जीवन मे बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान रखता है सिर्फ हिंदुस्थानी होने के नाते ही नही बल्कि परम प्रिय सदगुरुदेव भगवान के सिद्धान्तानुसार भी। ज्ञात हो कि श्री महाराज जी श्री सद् श्री अद्वैताचार्य जी महाराज (पूर्व श्री साहब दयाल श्रीवास्तव) बतौर हिंदी अध्यापक राजकीय इंटर कालेज व महाराज सिंह स्कूल बहराइच में कार्यरत रहे। उनकी दी गयी शिक्षा व विचारों से समाज को नई दिशा सदैव मिलती रही। श्री महाराज जी ने अपना विद्यार्थी जीवन लखनऊ विश्वविद्यालय से बीए (दर्शन शास्त्र,इतिहास व शिक्षा शास्त्र) से किया था व अपने दीक्षा गुरु श्री पलकनिधि स्वामी पथिक जी महाराज के आदेशानुसार BHU में MA हिंदी से किया। गर्व की बात यह है कि आज भी BHU में श्री महाराज जी द्वारा चलाया गया गोल्ड मैडल किसी को प्राप्त नही हुआ है( शायद एक विद्यार्थी को हुआ है जो श्री महाराज जी के बराबर स्कोर किया है)।ऐसा व्यक्तित्व जिनका हिंदी से कोई नाता न होते हुए भी उनके साहित्य आज एक से एक हिंदी के जानकार अध्ययन करते हैं ऐसे सदगुरुदेव भगवान को मेरा कोटिशः नमन। हम सब शिष्य समुदाय व श्री महाराज जी के विचारों को मानने वालो को श्री महाराज जी के साहित्यिक सिद्धान्तों का अनुसरण अवश्य करना चाहिए जो कि हम सबके लिए बहुत बड़ी सीख है।
सर्वदा आपका,
अद्वैत शैलवरांश 'निजाभ'