श्री महाराज जी का जन्म दिनांक 21/11/1925 को बहराइच के वसिष्ठ नगर(बशीरगंज) में हुआ था। उन्होंने अपना जीवन राम नाम के प्रचार प्रसार में व्यतीत किया। सन्यास के पूर्व महाराज श्री GIC बहराइच,सुल्तानपुर,गोंडा व अन्य राज्यो में अध्यापक और प्रिंसिपल के तौर पर कार्यरत रहे और सर्विस के दौरान राम नाम की कृपा से उन्हें अनायास ही सन्यास हुआ। अपने गुरु (श्री स्वामी पथिक जी महाराज)की कृपा से उन्होंने अपने पूरे जीवन में समाज को संगठित करने के प्रयासों के साथ साथ अपनी गगनभेदी गर्जना से समाज को राम नाम के ओर प्रेरित किया,आज वो हम सब के बीच शारिरिक रूप से नही है पर भावात्मक रूप से वो सदा हम सब के बीच रहेंगे और अपनी छत्र छाया में रखेंगें।। श्री महाराज जी ने 23 अप्रैल रात्रि 9 बजे अपना शरीर छोड़ दिया और साकेतगमन किया।
No comments:
Post a Comment